ओलंपिक्स स्वर्ण पदक मेडलिस्ट वंतिका अग्रवाल क्यों कर रहीं है हारा हुआ महसूस
BREAKING
चंडीगढ़ में सरकारी छुट्टी का ऐलान; इस दिन बंद रहेंगे सभी सरकारी दफ्तर और इंस्टिट्यूट, प्रशासन ने जारी की अधिसूचना, यहां देखें हिमाचल CM की डिमांड: EVM से न हों चुनाव; सुक्खू बोले- बैलेट पेपर पर चुनाव हों तो शक दूर हो जाये, उधर प्रतिभा सिंह के विचार अलग दिल्ली के बुजुर्गों के लिए बड़ा ऐलान; चुनाव से पहले केजरीवाल ने खेला दांव, AAP सरकार से हर महीने मिलेंगे इतने रुपए, जानिए महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले का इस्तीफा; चुनाव में करारी हार के बाद पार्टी में उठापटक, लीडरशिप में केवल 16 सीटें ही आईं लोकसभा में सत्र के पहले दिन ही विपक्ष का हंगामा, VIDEO; सदन की कार्यवाही इस तारीख तक स्थगित, राज्यसभा में भी कार्यवाही रुकी

ओलंपिक्स स्वर्ण पदक मेडलिस्ट वंतिका अग्रवाल क्यों कर रहीं है हारा हुआ महसूस? जानें क्या है पूरी घटना

 अंतरराष्ट्रीय चेस मास्टर वंतिका अग्रवाल

 

Vantika Agrawal: अंतरराष्ट्रीय चेस मास्टर वंतिका अग्रवाल ने रविवार को अचानक घोषणा की, कि उन्होंने उज्बेकिस्तान के ताशकंद में होने वाले तीसरे प्रेसिडेंट कप से हटने का फैसला कर लिया है। 22 साल की वंतिका अग्रवाल ने अपने तीसरे दौर के परिणाम के प्रति मध्यस्थता के लापरवाह रवैया का हवाला देते हुए यह फैसला किया। तो चलिए पूरे विस्तार से आपको बताते हैं कि आखिर उन्होंने अपना नाम वापस क्यों लिया?

 

क्या होता है प्रेसिडेंट कप?

 

शतरंज खिलाड़ियों के लिए यह एक खास सम्मान होता है। जिस प्रकार क्रिकेट में वर्ल्ड कप सबसे अहम भूमिका अदा करता है, अन्य खेलों में ओलंपिक और कॉमनवेल्थ गेम्स काफी अहम भूमिका निभाते हैं ठीक उसी प्रकार शतरंज के लिए प्रेसिडेंट कप भी काफी महत्वपूर्ण सम्मान होता है। आपको बता दें प्रेसिडेंट कप नौ राउंड का इवेंट है जो 20 से 30 नवंबर तक राष्ट्रीय राजधानी शहर उज्बेकिस्तान में आयोजित किया गया। पहला राउंड गुरुवार को, और तीसरा राउंड शनिवार को हुआ। वांतिका ने तीसरे राउंड में स्थानीय खिलाड़ी के खिलाफ मैच खेला, जो टाई हो गया था।

 

वंतिका ने नाम लिया वापस

शतरंज के तीसरे राउंड में भारतीय खिलाड़ी वंतिका अग्रवाल ने यह आरोप लगाया कि खेल बराबरी पर छूटने के बाद भी उन्हें हारा हुआ घोषित कर दिया गया है। वंतिका ने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा उज्बेकिस्तान में प्रेसिडेंट कप के तीसरे राउंड में मेरा खेल ड्रॉ रहा मैंने सही परिणाम के साथ स्कोर शीट जमा की, फिर जब मैंने राउंड 4 के लिए आगे बढ़ने का सोचा तो मेरा स्कोर कार्ड हार के रूप में प्रकाशित हुआ। मैंने तुरंत मेल किया और उन्हें सूचित किया लेकिन उन्होंने कहा कि यह FIDE का नियम है और वह कुछ नहीं कर सकते। वंतिका ने सवाल उठाया और एफ आई डी ए के खिलाफ ट्वीट भी किया जिसमें उन्होंने इस नियम के बारे में सवाल किया और पूछा कि उन्होंने ऐसे नियम क्यों बनाए हैं? अगर यह मध्यस्थ की गलती है तो उन्हें इस गलती का परिणाम क्यों भुगतना पड़ रहा है? साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस टूर्नामेंट को खेलने के लिए उनके बहुत पैसे खर्च हुए हैं।

 

खेल से हटने का लिया निर्णय

वंतिका ने शनिवार को FIDE से हस्तक्षेप का अनुरोध किया था, लेकिन जब भारतीय शतरंज ओलंपियाड स्वर्ण पदक विजेता को कोई मदद नहीं मिली तो उन्होंने परिणाम के तौर पर टूर्नामेंट से ही हटने की घोषणा की वंतिका ने रविवार शाम को अपने एक हैंडल पर लिखा मैंने टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया है, मैं ऐसे टूर्नामेंट में खेलना जारी नहीं रख सकती जिसमें आर्बिटर की गलती के कारण गलत परिणाम और जोड़ी प्रकाशित की गई हो और तत्काल सूचना के बावजूद इसे ठीक करने का कोई तरीका ना हो।